MahaKumbh Air Show: महाकुंभ के आखिरी दिन वायुसेना का एयर शो; मेला क्षेत्र में विमानों का करतब, 45 दिनों में 65 करोड़ से ज्यादा लोगों की डुबकी

महाकुंभ के आखिरी दिन वायुसेना का एयर शो; मेला क्षेत्र में विमानों का करतब, श्रद्धालु उत्साहित दिखे, 45 दिनों में 65 करोड़ से ज्यादा लोगों की डुबकी

Prayagraj MahaKumbh Last Day Indian Air Force Air Show Video

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MahaKumbh Air Show: प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ 2025 का आज आखिरी दिन है। महाकुंभ मेला आज से खत्म हो जाएगा। वहीं महाशिवरात्रि पर महाकुंभ के इस आखिरी दिन भी भारी संख्या में लोग संगम पर पवित्र डुबकी लगाने पहुंचे हैं। इस बीच भारतीय वायु सेना ने महाकुंभ के अंतिम दिन महाकुंभ मेला क्षेत्र में एयर शो का आयोजन भी किया। जिससे श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने मिला। भारतीय वायु सेना के विमान मेला क्षेत्र में करतब दिखा रहे थे। वायुसेना के एयर शो को लोग आसमान में एक टक देखते रहे।

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45 दिनों में 65 करोड़ से ज्यादा लोगों की डुबकी

बता दें कि, महाकुंभ 2025 की शुरुवात 13 जनवरी से हुई थी। जिसके बाद अमृत स्नान के मौकों पर करोड़ों लोगों ने एक साथ एक दिन में महाकुंभ में डुबकी लगाई। जबकि अन्य दिनों में लगातार लाखों लोग महाकुंभ संगम में स्नान करने पहुंचे। जहां 13 जनवरी से 26 फरवरी यानि आज तक कुल 45 दिनों में 65 करोड़ से ज्यादा लोगों ने महाकुंभ में डुबकी लगाने का रिकॉर्ड कायम किया। आज महाकुंभ 2025 के संपन्न होने पर उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी।

DGP प्रशांत कुमार ने कहा कि, आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओंने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है। हमने भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और AI का इस्तेमाल किया। सभी एजेंसियों से हमें जो सहयोग मिला, उससे हमें अभूतपूर्व तरीके से प्रदर्शन करने में मदद मिली।

DGP ने कहा कि, अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर प्रयागराज के दर्शन करने के बाद पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी। हमने वहां भी भीड़ को मैनेज किया। वहीं महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया। हमने रेलवे के साथ मिलकर काम किया। हमें पूरा विश्वास था कि हम महाकुंभ को सफलता से सम्पन्न कर लेंगे. यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर था। हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया और उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया।

DGP प्रशांत कुमार ने कहा कि, महाकुंभ में हमने कई उदाहरण पेश किए जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे। हमारी सुरक्षा व्यवस्था महाकुंभ में कुछ और दिनों तक बनी रहेगी जब तक कि हम अपने सभी उपकरण नष्ट नहीं कर देते. महाकुंभ का ऐसा आयोजन व्यक्तिगत रूप से गर्व की बात है और एक अविस्मरणीय अनुभव है।"